दिल्ली-कोटद्वार के बीच सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रैस ट्रैन का शुभारम्भ
दिनांक: 03 मार्च, 2021
माननीय शिक्षा मंत्री, डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’
आज के इस आयोजन में उपस्थित महंत दिलीपसिंह रावत जी,जो लैंसडाउनके विधायक हैं,आशुतोष जी जो महाप्रबंधक हैं और पी.एस. मिश्राजी जो सदस्य रेलवे हैं, सभी अधिकारी वर्ग और कोटद्वार के सभी उपस्थित भाइयो और बहनो! आज दिल्ली से भी शायद लाखों लोग जुड़े होंगे और गढ़वाल कोटद्वार क्षेत्र से तो लोग जुड़े ही हुए हैं। आज हम लोगों के लिए एक खुशी का ऐसा अवसर है जब बहुत लंबे समय से लोगों के मन में यह बात थी कि सिद्धबली साक्षात जिसको हम मानते हैं उस सिद्धबली से कोई सेवा शुरू हो क्योंकि दिल्ली में लगभग-लगभग 28 लाख उत्तराखंडी हैं और जिसमें बड़ी संख्या में इस क्षेत्र में ऐसे भी लोग हैं, जो चाहते हैं कि दिल्ली सेजिनको सीधे-सीधे इसकी सुविधा मिल सके तो आज सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस का शुभारम्भ हमारे माननीय रेलमंत्री पीयूष भाई के हाथों से हो रहा है, मैं इस अवसर पर उनकाअभिनंदन कर रहा हूं और मैं उनका स्वागत कर रहा हूं तथादेवभूमि उत्तराखंड की ओर से उनका कोटि-कोटि धन्यवाद देता हूं और प्रिय अनिल बलूनी को भी उनके सतत प्रयासों के लिए मैंधन्यवाद देना चाहता हूं। मुझे लगता है कि इस एक्सप्रेस से न केवल जिम कार्बेट पार्क जो पूरी दुनिया में लोकप्रिय है और पर्यटकों का बहुत बड़ा आकर्षण का स्थल है यहां पर हमारा लैंसडाउनहै, उधर हमारा खिर्सू है। यदि देखेंगे तो ऊपर का जो यह क्षेत्र है यह बहुत ही खूबसूरत है। यहप्राकृतिक सौन्दर्य से युक्त है जोकण्वनगरी के नाम से जाना जाएगा।इसकास्टेट सरकारने कण्व नगरी के नाम से नामंकन किया है, वो कण्वाश्रम जहां भरत ने जन्म लिया है। यह ऐसे भरत की जन्मस्थली है जो चक्रवर्ती सम्राट भरत था।इससे बड़े गौरव का विषय क्या हो सकता है कि चक्रवर्ती सम्राट भरत जोशकुन्तला के पुत्र थे, उन्होंने यहां जन्म लिया। कण्वाश्रम में उनकी जन्मस्थली से सिद्धबली एक्सप्रेस जो जा रही है तो निश्चित रूप में आज कण्वाश्रम भी पूरे देश और पूरी दुनिया के लिए एक ऐसा तीर्थस्थान बनेगा जहां कण्व दर्शन कर सकेंगे जो चक्रवर्ती सम्राट भरत की मालिनी तट पर उन यादों को भी ताजा कर सकेंगे तथा अपनी पुरानी चीजों को याद कर सकेंगे। मैं पीयूष भाई आपका बहुतआभारी हूं क्योंकि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन साढ़े सोलह हजार करोड़ की हम सोच भी नहीं सकते थे और यह हमारे लिए सपना था लेकिन आपने इसे संभव करके दिखाया है इसलिए मैं आपका अभिनंदन करना चाहता हूं और मैं आपका वंदन करना चाहता हूं। अभी आपने कुछ ही दिन पहले ऋषिकेश से योग नगरी प्रयागराज संगम तक हमको एक एक्सप्रेस दी थी और ऋषिकेश में भी ढाई सौ करोड़ रुपये की लागत से अंतर्राष्ट्रीय स्टेशन दिया है। अभी कुछ ही दिन पहले आपने उधर पूर्णागिरी एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस टनकपुर से दिल्लीभी हमको दिया और आज उसी श्रृंखला में आप कोटद्वार से दिल्ली सिद्धबली जनशताब्दी एक्सप्रेस का शुभारंभ कर रहे हैं और इसके लिए मैं हदय की गहराइयों से आपका अभिनंदन करता हूं। मुझे लगता है कि देश की आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब उत्तराखण्ड जोकि राष्ट के लिए हमेशा समर्पित रहा है, उत्तराखंड की जवानी और पानी देश के लिए हमेशा काम आई हैतथाऔसतन एक परिवार से एक व्यक्ति सेना में भर्ती होकर राष्ट्र की सीमाओं पर कुर्बानी देता है और दूसरी पंक्ति में उसकी मां और बहनें सेनानी के रूप में सक्षम तरीके से खड़ी रहती हैं और जहां आज इस कण्वनगरी में आप इसकाशुभारंभ कर रहे हैं। हमारे पेशावर कांड के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की यादें भी इससे जुड़ी हैं औरऋषि कण्व की यादें भी जुड़ी हैं इसलिए मैं बहुत आपका अभिनंदन करता हूं। आपने उत्तराखंड के 20 रेलवे स्टेशनों को वाई फाई से जोड़ा है चाहे टनकपुरहो, काठगोदाम, हल्द्वानी लालकुआं, काशीपुर, पंतनगर आदि सभी स्टेशनों को आपने वाई-फाई से कनेक्ट किया है। पीलीभीत टनकपुर को आपने ब्रोड गेज में परिवर्तन किया है। अभी आपने तीन विशिष्ट परियोजनाओं के लिए 5686 करोड़ अलग से प्रदान किये हैं। आपनेओवर ब्रिज दिए, अंडरपास दिएऔरहम चाहेंगे कि हम उत्तराखंड की धरती पर आपको आनंदित करें।जहां2009 से लेकर के 2014 तक प्रति वर्ष 127 करोड़ रुपये केवल मेरे उत्तराखंड को मिलने थे लेकिन आपने 2014 से 2019 के बीच 672 करोड़ रुपया प्रति वर्ष 260 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ प्रदान किया है। आपका मैं अभिनंदन करना चाहता हूं, हमें गौरव होता है कि आपने रेल के क्षेत्र में पूरी दुनिया में एक मुकाम हासिल किया है। कोरोना काल में भी आपने हमारी रेलों को ही चिकित्सालयों के रूप में परिवर्तित कर दिया था। आपने उस काल में भी चट्टान की तरह खड़े हो करके लोगों की रक्षा की दिशा में अद्भुत अभिनव प्रयोग किए।मैं इस अवसर पर जबकि आप सिद्धबाल जन शताब्दी एक्सप्रेस कोटद्वार से दिल्ली का शुभारम्भ कर रहे हैं, मैं पूरे उत्तराखंड की जनता की ओर से भी आपका अभिनंदन करता हूं।
बहुत-बहुतधन्यवाद!
कार्यक्रम में गरिमामयी उपस्थिति:-
- डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, माननीय शिक्षा मंत्री, भारत सरकार
- श्री पीयूष वेदप्रकाश गोयल, माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार
- श्री अनिल बलूनी, माननीय संसद सदस्य, राज्य सभा
- श्री महंत दीलिप सिंह रावत, विधायक, लैंसडाउन, उत्तराखण्ड